Monday, April 29, 2024

बुआई करने के लिए करें इन कृषि यंत्रों का उपयोग – 6 Modern sowing machine

Modern sowing machine

आज के आधुनिक युग मे कृषि के क्षेत्र मे अनेक प्रकार के बदलाव हुए है नई-नई कृषि तकनीकों और नई कृषि यंत्र के आ जाने से किसानों को लाभ मिला है। आज के समय मे ऐसे-ऐसे कृषि यंत्र विकशित हो गए है जो की खेती के अनेकों कार्यों मे किसानों की मदद करती है। वहीं अगर बात करे आज से कुछ वर्ष पहले की तो किसान को खेती के कार्यों को करने मे ज्यादा समय तो लगता ही था. साथ ही किसानों को काफी मेहनत भी करना पङता था। लेकिन आधुनिक कृषि यंत्रों के आ जाने से किसान खेत की जुताई से लेकर, बीज की बुआई तथा फसल की कटाई तक के सारे कार्य इन कृषि यंत्रों की मदद से कर सकते है।

किसी भी फसल से अच्छा पैदावार लेने के लिए फसल की बीजों की बुआई अच्छी होनी चाहिए न तो बीजों की दूरी ज्यादा होनी चाहिए और नाही बीजों के बीज की दूरी कम होनी चाहिए। बीजों की बीच की दूरी एक निश्चित अंतराल पर होनी चाहिए। आज के इस आर्टिकल मे ऐसे ही कुछ आधुनिक कृषि यंत्रों के बारे मे बात करने जा रहे है जो कि फसलों की बीज की बुआई करने मे मदद करती है। इन कृषि यंत्रों से किसान कम लागत एवं कम समय मे ज्यादा क्षेत्र मे बीज की बुआई कर सकते है तो आइये जानते है बुआई करने की आधुनीक कृषि यंत्रों (Modern sowing machine) के बारे मे।


हैप्पी सीडर (Happy Seeder)

यह बुआई करने का कृषि यंत्र है जो की गेहूँ की बुआई करने के काम मे आता है इस कृषि यंत्र की मदद से धान की कटाई करने के ठिक बाद खेत की बीना जुताई किए हुए इस यंत्र की मदद से बुआई की जा सकती है। यह कृषि यंत्र फसल की बची हुई अवशेषों एवं फसल के डंठल को काटकर मिट्टी मे दबाने के साथ-साथ फसलों की बीजों को कतारों मे बुआई करने का कार्य करता है। जिससे कि फसलों की बुआई के साथ-साथ अवशेषों एवं फसल के डंठल मे उपलब्द कार्बन तत्व मिट्टी मे मिल जाते है जो की हमारी फसल के लिए अच्छा साबित होता है।

Happy Seeder
Happy Seeder

इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर की मदद से चलाया जाता है इस यंत्र को 35 एचपी या उससे अधिक के ट्रैक्टर की मदद से चलाया जा सकता है। यह मशीन एक दिन मे करीब 6 से 8 एकङ की खेत मे बुआई कर सकता है। इस यंत्र से बुआई करते समय आप ये निर्धारित कर सकते है कि बीज की दूरी कितनी हो और बीज कितनी गहराई मे गिरे।

इस कृषि यंत्र से गेहूँ की बुआई करने पर गेहूँ की बुआई कतारों मे होती है तथा यह यंत्र फसल की बची हुई अवशेषों एवं फसल के डंठल को मिट्टी मे दबा देती है और बचे हुए अवशेषों एवं फसल के डंठल से खेत का ढका होने से नमी बनी रहती है एवं बीज की अंकुरण अच्छा होता है। 

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जीरो टिलेज सीड ड्रिल (Zero Tillage Seed Drill)

यह बुआई करने का कृषि यंत्र है जो कि बिना जुताई किए हुए बुआई करने का कार्य करती है गेहूं की बुआई धान की कटाई के तुरंत बाद खेत मे उपस्थित नमी का उपयोग करके बिना जुताई किए हुए खेत में एक निश्चित गहराई मे मिट्टी के नीचे खाद तथा बीज को कतारों में बनाए गए कूड़ों में रखना इस मशीन का कार्य है।

Happy Seeder
Zero Tillage Seed Drill

किसान इस कृषि यंत्र का उपयोग करके जुताई पर होने वाले खर्चों को कम कर सकते है। इस मशीन से एक निश्चित गहराई पर बीज बोने से बीज का अच्छा जमाव होता है तथा इसके साथ ही समय की बचत भी होती है। कतारों में फसल बोने की वजह से सिंचाई, निराई-गुराई, कटाई आदि का कार्य किसान आसानी से कर पाते है। एक निश्चित अंतराल पर फसल की बुआई होने से फसल की पैदावार भी अच्छी होती है। इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर के माध्यम से चलाया जाता है इसे चलाने के लिए 30 से 35 एचपी कि ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है।


डिबलर (Dibbler)

डिबलर कृषि यंत्र बुआई करने का यंत्र है जो कि नियत दूरी एवं गहराई तक छेद करके उसमे बीज गिराने एवं मिट्टी द्वारा ढंकने का कार्य करता है। इस यंत्र का ज्यादातर उपयोग कम क्षेत्र मे बुआई के लिए किया जाता है। इस यंत्र को सब्जियों एवं मक्का की बीजों की बुआई के लिए इसका ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

Dibbler
Dibbler

ड्रम सीडर (drum seeder)

यह धान की बुआई करने का कृषि यंत्र है जो कि कदवा किए हुए खेत मे धान की बुआई करने के काम मे आता है। इस कृषि यंत्र से धान की सीधी बुवाई की जा सकती है. यह काफी सस्ती और आसान तकनीक वाली मशीन है। इसमे सीड ड्रम लगा होता है जिसमे की धान की बीजों को डाला जाता है सीड ड्रम मे निश्चित दूरी पर छिद्र बने होते है जिससे धान की बीज निश्चित दूरी पर गिरता है जिससे धान की बुआई होती है।

drum seeder
drum seeder

आलू बुआई यंत्र (Potato Planter Machine)

हमारे देश मे आलू की खेती बङे पैमाने पर किया जाता है आलू की बुआई से लेकर खुदाई तक का काम काफी मशक्कत वाला होता है। आलू की बुआई अगर पारंपरिक तरीकों से किया जाए तो इसमे अधिक समय तथा अधिक मेहनत लगता है। लेकिन अगर आलू की बुआई पोटैटो प्लांटर मशीन (Potato Planter Machine) से किया जाए तो इससे बहुत कम समय मे आलू की बुआई की जा सकती है।

Potato Planter Machine
Potato Planter Machine

आलू बोने वाली मशीन मे कुङ बना होता है जिसमे आलुओ के विभन्न आकार के टूकङो को कुङ मे डाला जाता है यह यंत्र समान दूरी पर आलू की बुआई करने के साथ-साथ उसके बगल मे उर्वरक को उचित गहराई मे गिराता है। जिससे इस मशीन के उपयोग मे लाने से किसानों को मजदूरी की बचत, आलू की अच्छी उपज, मिट्टी की नमी बनाए रखना एवं उपज के रूप मे बङे तथा अच्छे आकार के आलू पैदावार के रूप मे लिया जा सकता है।

पोटैटो प्लांटर मशीन दो प्रकार के होते है एक तो ऐसे होते है जिसमे आलू को कुङ मे हाथ से डालना होता है और दूसरा ऑटोमैटिक आलू की बुआई यंत्र होते है जिसमे की इस यंत्र मे पिकिंग व्हील लगा होता है जिससे आलू की बीजों की ऑटोमैटिक बुआई होती है।  

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गन्ना बुआई यंत्र (SugarCane Planter)

यह गन्ना की बुआई करने का कृषि यंत्र है जो कि गन्ने की कटाई, बुआई, खाद का छीरकाव, नाली बनाने का कार्य एक साथ करता है। ये प्रायः दो या तीन फालों वाली मशीन होती है इस कृषि यंत्र का उपयोग ईख की बुआई मे, ईख सेटस कि कटिंग मे एवं ईख की रोपनी के साथ-साथ उसमे दानेदार उर्वरक देने हेतु इसका उपयोग किया जाता है।

SugarCane Planter
SugarCane Planter

इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर की मदद से चलाया जाता है जिसमे ट्रैक्टर का पी.टी.ओ. इस यंत्र को चलाने मे मदद करती है। यह यंत्र प्रतिदिन करीब 1.5 से 2 हेक्टेयर खेत मे गन्ने की बुआई कर सकता है। 

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तो दोस्तों मुझे आशा है कि आपको बुआई करने के इन यंत्रों से जुड़ी जानकारी पसंद आयी होगी इस पोस्ट मे बुआई करने की कृषि यंत्रों के बारे मे जानकारी दी गई.अगर आपको इस पोस्ट से संबंधित कोई भीं सवाल हो तो आप हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है।

तो दोस्तों मुझे आशा है कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और उन तक भी इन कृषि यंत्रों के बारे मे जानकारी पहुँचाए।

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धन्यबाद

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